The Soda Pop
Rajkumar Deshmukh

शीर्षक:: जिंदगी यादों की किताब !!
जीवन यादों की किताब कि तरह हैं | जरुरत इसे महसुस करने, समझने और याद करने की हैं | मेरी सोच और समझ के मुताबिक इस मानविय दूनिया में जन्म लेने वाले हर इंसान की अपनी एक कहानी हैं |किसी की खुशनुमा तो किसी की गमगीन, किसी की संघर्ष से भरी | फर्क बस इतना ही मिलेगा, जितना की मैंने लिखा हैं, कहानी होनी भी चाहिए | जो चलेगा वही निशान छोड़ते हुए आगे बढेगा और जो आगे बढेगा, वो पीछे एक कहानी छोड़ेगा |जिसकी जिन्दगी में कोई कहानी नहीं, उसकी जिंदगी भी किसी काम की नहीं | जिंदा हैं तो जिंदा रहने का सबुत भी देना होगा | जिंदा तो यहाँ हर कोई हैं, लेकिन जिंदादिली से जो जिए वो ही तो जिंदा हैं |
बात मुद्दे और शीर्षक की करते हैं | "जिंदगी यादों की किताब" बड़ा ही सामान्य और साधारण शीर्षक हैं, पढने और सुनने में | शब्दों को समझने और उनके मायनों में बड़ा दम हैं | गहराई हैं | जिन्दगी वाकई यादों की बड़ी ही सुंदर किताब हैं |क्योंकि मानव जीवन ही अपने आपमे सुंदर जीवन हैं | महसुस कीजिए की जिंदगी आप भी जी रहे हैं और अन्य जीव-जन्तु भी | दिल आपका, मेरा और हमारी तरह अन्य लोगों का भी धड़कता हैं, अपनों को तलाशता हैं | प्यार ढुंढता हैं, लेकिन जो विशेषता ऊपर वाले ने हमें दी हैं,वो किसी और को नहीं दी हैं | बचपन, बालपन और यौवन, फिर बुढापा | बड़ा लंबा सफर हैं, एक पूरा सर्कल बना हुआ है | हर एक पल का मजा हैं, जब की आप सही मायनों में एक सच्चे इंसान की जिंदगी जीते हैं, तब जन्म से मृत्यु तक का सफर हैं |जिसे हर कोई तय करता हैं, किसी की जिंदगी जमाने के लिए कहानी बन जाती है, तो कुछ लोग खुद कहानी बनकर रह जाते हैं |

आज का युवा पूरी दुनिया को बदल डालना चाहता है, दुनिया को बेहतर से बेहतरीन बनाने की चाह में वह लगातार प्रयत्नशील हैं |
राह के हर रोड़े को दरकिनार कर लगातार आगे बढ रहा हैं, दौड़ रहा हैं, नीत नए मानक गढ रहा हैं | युवओं के जोश और जज़्बे को देखते हुए दुनिया की एक सुंदर तस्वीर मेरे मन में कौंध जाती हैं | यही हैं "जिंदगी की किताब" |
जी हाँ ! आपका हर एक पल अगले दिन यादें बन जाता हैं, यादों का यही खज़ाना मेरी नज़र में किताब बन जाती हैं | इसीलिए मैंने लिखा " जिंदगी यादों की किताब" हैं | कभी वक्त मिले तो अपनी यादों को सफेद पत्रों पर पिरो देना, यकीन मानिए किताब बनकर तैयार हो जाएगी |
और उस पल आपको एक बारमेरीयाद जरूर आएगी |

"जाँन ओ. डन्हुरयू ने लिखा हैं "आप उतने युवा हैं, जितना आप महसुस करते हैं, अगर आप अंदर के उत्साह को महसुस करना शुरू करेंगे तो , एक ऎसी जवानी महसुस करेंगे, जो कोई भी आपसे नहीं छीन सकता हैं | इसके कई अर्थ हैं ||

Rajkumar
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